Blue Saphire (Neelam)

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Saturn has great importance in Vedic astrology. In Hindu astrology, Saturn is considered to be the factor of age, sorrow, disease, pain, science, technology, iron, mineral oil, employee, servant, jail etc.

It is the lord of Capricorn and Aquarius. Libra is the high sign of Saturn while Aries is considered to be its low sign.

When Saturn is low in the horoscope, then and in the Mahadasha of Saturn, one should chant Saturn’s mantra and wear a ring.

The number of chanting of Saturn is said to be 23000, in Kaliyuga, it is also believed that the number of chanting is 92000.

Apart from these, a lot is also seen about Saturn.

We are available for you in the whole of Dubai and UAE for chanting and worship of Saturn.

 

वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह का बड़ा महत्व है। हिन्दू ज्योतिष में शनि ग्रह को आयु, दुख, रोग, पीड़ा, विज्ञान, तकनीकी, लोहा, खनिज तेल, कर्मचारी, सेवक, जेल आदि का कारक माना जाता है।

यह मकर और कुंभ राशि का स्वामी होता है। तुला राशि शनि की उच्च राशि है जबकि मेष इसकी नीच राशि मानी जाती है।

जब कुंडली में शनि ग्रह नीच के है, तब एवं शनि ग्रह की महादशा में शनि ग्रह के जाप करके अंगूठी धारण करनी चाहिए।

शनि ग्रह की जाप संख्या 23000 बताई गई है, कलीकाल में जाप संख्या 92000 करने का भी मत पाया गया है ।

इनके अलावा भी शनि ग्रह के विषय में बहुत कुछ देखा जाता है।

शनि ग्रह के जाप एवं पूजन के लिए हम आपके लिए पूरे दुबई तथा यूएई में उपलब्ध है।